क्यों बोलीवुड की कुछ फिल्मे 100 करोड़ के ऊपर जा रही है, और इस ट्रेंड का भविष्य क्या रहेगा?

विषय:- अभी बॉलीवुड की कुछ  फिल्मे क्यों 100 करोड़ के अंक को भी पार करने लगी हैं  और भविष्य में ये 100 करोड़ से ऊपर वाला ट्रेंड किस  तरह से आगे बढ़ेगा ?

जवाब:-

A, निचे बताई गए मुख्य 10 कारणों की वजह से अभी बॉलीवुड में कुछ फिल्मे 100 करोड़ के आंक को भी पार करने लगी है :

1, भारत में बड़े-बड़े सहरो में मल्टीप्लेक्स थियेटर बनने से, और उन मल्टीप्लेक्स थियेटर में 100 रुपये से ऊपर की टिकेट होने की वजह से।

2, भारत में डिश टीवी में क्रांति आने से टीवी राइट में बढ़ोतरी होने की वजह से।

3, भारत में सोसिअल मीडिया और डिश टीवी की वजह से फिल्म की मार्केटिंग और प्रमोसन में क्रांतिकारी बदलाव  आने से।

4, सोसियल मिडिया की वजह से ऑडियंस की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव आने से।

5, इंटरनेट तकनीक और सोसियल मिडिया की वजह से, फॉरेन थिएटर राइट और फॉरेन टीवी राइट में  क्रांतिकारी  बदलाव आने से।

6, भारत में मोबाईल क्रांति और गॉवो में भी इलेक्ट्रिसिटी जैसी बेसिक सुविधा उपलब्ध होने की वजह से, फिल्म का म्यूसिक राइट और सीडी /डीवीडी राइट में बढ़ोतरी होने से।

7, फिल्म के मार्केटिंग और प्रमोशन में नए-नए क्रिएटिव तरीको का इस्तमाल बढ़ने से।

8, फिल्म के मार्केटिंग और प्रमोशन रूपी सन्देश को ऑडियंस तक पहुँचाने वाले माध्यमो में क्रांतिकारी बदलाव आने से।

9, वैश्वीकरण की वजह से फिल्म मेकिंग में नए-नए तरीको का आजमाना सुरु होने के कारण, फिल्म की क्वॉलिटी में सुधार आने से।

10, फिल्म इंडस्ट्री के प्रति भारतीय लोगो की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव आने से नयी-नयी टेलेंट का बॉलीवुड में आना सुरु होने से।

B, बॉलीवुड में फिल्मो की कमाई के मामले में सुरु हुए 100 करोड़ के ट्रेंड का भविष्य क्या है ?

1, ऊपर बताये गए मुख्य 10 कारणों की वजह से बॉलीवुड में कुछ फिल्मे 100 करोड़ के आंक को भी पार करने लगी है। अगर उसी 10 कारणों के सन्दर्भ में देखा जाए तो उन सारे कारणों में भविष्य में और ज्यादा सकारात्मक वृद्धि होने वाली है, चाहे वो मोबाईल क्रांति हो या फिर डिश टीवी का व्याप हो या फिर सोसियल मिडिया में बढ़ोतरी! इस बात के आधार पर बात की जाये तो, भविष्य में ये 100 करोड़ का ये ट्रेंड 500 करोड़ का आंक पार करके 1000 करोड़ तक पहुंचे तो भी उसमे कोई बड़ी बात नहीं कही जाएगी!

2, वैसे देखा जाये तो बॉलीवुड में कमाई के माध्यमो में क्रांति आई है, पर साथ में ऑडियंस की मानसकिता में भी कुछ क्रांतिकारी बदलाव आने सुरु हुए है, और अगर हमें उस 100 करोड़ के ट्रेंड को भविष्य में बरक़रार रखना होगा तो, ऑडियंस में आये इस बदलाव को हर हाल में जानना-समजना होगा! अगर हम समय रहते हुए ऑडियंस में आये उन बदलावों को नहीं समज पाये तो, उसके बुरे परिणाम भी हमें भविष्य में भुगतना पड़ेगा। उसके पीछे की मुख्य वजह ये है की जब भी कुछ बहुत अच्छा होना सुरु होता है, तब साथ में बुरी चीज भी किसी न किसी रूप में साथ में आही जाती  है। अगर हमने अच्छे का फायदा लेते समय, साथ में आये बुरे पर भी ध्यान दिया जाए तो, न सिर्फ हम उस बुरे से बच सकते है, पर उस बुरी चीज का भी फायदा ले सकते है। उसी बात को 100 करोड़ के ट्रेंड के सन्दर्भ में देखा जाये तो, उसमें अगर सबसे बुरी चीज कोई होगी तो वो है सोसियल मिडिया! सोसियल मिडिया की वजह से ऑडियंस की मानसकिता में बहुत ही बदलाव आ चूका है, और सोसियल मिडिया का फिल्म की सक्सेस और फैलर में कितना अहम रोल है ये हम पिछले कुछ महीनो से देख चुके है!

3, अगर पॉलिटिक्स जैसा परंपरागत क्षेत्र भी सोसियल मिडिया की वजह से अपने आप में बदलाव लाने को तैयार हो चूका हो तो, हमें तो लोगो को मनोरंजन के जरिये लोगो को खुश करके कमाई करनी है।  सोसियल मीडिया की ताकत का सबसे बढ़िया उदाहरण है; हिट फिल्म “कहानी” और फ्लॉप फिल्म “बॉबी जासूस”। कहानी फिल्म का बहुत कम मार्केर्टिंग , पर ऑडियंस को अच्छी लगी इसलिए सोसियल मीडिया के जरिये अपने आप उसका मार्केटिंग हो गया; जबकी बॉबी जासूस फिल्म का बहुत सारा मार्केटिंग, पर लोगो को पसंद नहीं आई इसलिए सोसियल मिडिया पे अपने आप मार्केटिंग नहीं हुआ। ऐसे दूसरे भी कई उदाहरण है जैसे की साजिद खान की “हमसकल” और “हाउसफुल”। सोसियल मिडिया के जरिये एक चीज तो पक्की हो गयी की फिल्म का मार्केटिंग और प्रमोशन कितना भी क्यों न हो , पर अगर ऑडियंस को फिल्म पसंद नहीं आएगी, तो उसका कोई मतलब नहीं है।

4, अगर हमें इस 100 करोड़ के ट्रेंड को जारी रखना होगा तो बॉलीवुड में निचे बताये मुताबिक फेरफार भी करना पड़ेगा:

  • A, ऑडियंस की मानसिकता में आ रहे बदलाव और महंगी टिकेट की वजह से हमें हर हाल में फिल्म अच्छी ही बनानी पड़ेगी, और मान लो की कोई फिल्म अच्छी नहीं बन सकी तो कुछ नहीं पर, कमसे कम वो बुरी तो नहीं बननी चाहिए। उसके पीछे की दूसरी वजह ये है की अब ऑडियंस फिल्म क्रिटिक्स का रिव्यू देख के नहीं, पर सोसियल मिडिया की वजह से अपने मन के मुताबिक रिव्यू देख के फिल्म देखने जाने लगी है।
  • B, जिस तरह से अब फिल्मो का मार्केटिंग और मेनेजमेंट कॉर्पोरेट तरह से होने लगे है, वैसे ही सोसिया मिडिया की वजह से ऑडियंस की मानसकिता में आ रहे बदलावों का अभ्याश भी उसी कॉर्पोरेट स्टाइल से कर सके ऐसी नयी व्यवस्थ्था विकसित करनी पड़ेगी।
  • C, नए लेखको और नयी कहानियो को ढूंढने के लिए हॉलीवुड के तर्ज पर नए-नए तरीके अपनाने सुरु करने होंगे। साथ-साथ बॉलीवुड में आने वाले नए लेखक को भी ऑडियंस की बदलती मानसकिता के आधार पर अपने आप को बदलने के लीये तैयार रहना पड़ेगा। उसके पीछे की मुख्य वजह ये है; ” अभी के समय में फिल्मे देखने के लिए ऑडियंस बहुत है, फिल्म की कमाई के माध्यमो में भी बढ़ोतरी होने लगी है, फिल्म के जुड़े कलाकार भी सख्त मेहनत करने को तैयार है, फिल्म के मार्केटिंग के नए-नए तरीके भी बहुत है और फिल्म के मार्केटिंग के मेसेज को ऑडियंस तक पहुचने वाले माध्यमो में भी बढ़ोतरी होने लगी,” अब अगर बॉलीवुड में किसी चीज की सख्त और सख्त जरुर है तो, वो है फिल्म की ऐसी कहानिया जिसे अभी की ऑडियंस पसंद करे।
  • D, बॉलीवुड की ऑडियंस में साऊथ और हॉलीवुड की फिल्मो की असर का भी अभ्यास करते रहना होगा
  • E, अभी एक ऐसी नयी व्यवस्थ्था विकसित करने की सख्त जरुरत है , जिसके द्वारा फिल्म प्रोजेकट पसंद करते वक्त या फिर फिल्म रिलीज होने से पहले ही ये पता लगाया जा सके की आने वाली फिल्म हिट/मॉडरेट या फ्लॉप रहेगी, और अगर मान लो की फिल्म मॉडरेट या फ्लॉप रहेगी, तो उसमे कौन-कौन से बदलवा लाके उसे हिट फिल्म बनाया जा सके।

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